Suvidha Sanitary Napkins Pads Scheme 2022|@ Rs. 1 at Jan Aushadhi Kendras

Suvidha Sanitary Napkin Pads Scheme || Central govt. Suvidha Sanitary Napkin Scheme 2022 || सैनिटरी नैपकिन योजना 2022

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से हम जनऔषधि  सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना 2021 ( Central govt. Suvidha Sanitary Napkin Scheme 2022) के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। 

Suvidha Sanitary Napkin Pads Scheme 2021

केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए जनऔषधि  सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत भारतीय सरकार सैनिटरी पैड्स को मात्र 1 रुपये में उपलब्ध करवा रही है। जिससे अधिक से अधिक महिलाएं सैनिटरी पैड्स का उपयोग कर सकें और किसी भी बीमारी की शिकार ना हो।

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना क्या है ? 

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना महिलाओं की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए चलाई जाने वाली एक  योजना है जिसके तहत सरकार द्वारा मात्र ₹1 में सैनिटरी पैड्स महिलाओं के लिए उपलब्ध करती है। बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन देश के लगभग 6300 जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध है। 

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना की आवश्यकता क्यों? 

आज के समय में भी गांव तथा शहर के कुछ हिस्सों में महिलाये मासिक धर्म  के समय में अभी भी कुछ सामाजिक और धार्मिक प्रतिबंधों का सामना करती हैं। जोकि मासिक धर्म की स्वच्छता प्रबंधन में एक बहुत बड़ी बाधा है।  

और एक कारण यह भी है कि गांव के लोग सेनेटरी नैपकिन अधिक मूल्य में बाजार में बिकनी के कारण इसे नहीं ले सकते हैं इसीलिए लोग इसका उपयोग नहीं कर सकते थे। इसलिए जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना की आवश्यकता पड़ी जिससे गांव के हर महिलाओं तक सैनिटरी पैड्स कम से कम पैसों में  पहुंच सके और महिलाएं मासिक धर्म में स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रख सके।

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन केंद्रों पर ? 

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध है जोकि केवल एक रुपए में प्रदान की जाती है एक सिंगल सेनेटरी पैड में लगने वाली लागत 2.5₹ है। लेकिन सरकार द्वारा चुनाव पूर्व वादे को पूरा करने के लिए इसे कम से कम दाम में जन-जन तक पहुंचा रही है।

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना की ग्राउण्ड लेबल की जनकारी ?

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना को विश्व पर्यावरण दिवस 4 जून 2018 भारत सरकार द्वारा महिलाओं के लिए इस योजना को लांच किया गया था।

एक रिपोर्ट के अनुसार यह पता चला कि 15 से 24 वर्ष की आयु के लगभग 58 से 60 प्रतिशत महिलाएं स्थानीय रूप से निर्मित नैपकिन सेनेटरी और टेम्पोंन का इस्तेमाल करती हैं इस संख्या को और अधिक बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा जन औषधि सुविधा सैनिटरी नैपकिन योजना की शुरुआत की गई।

सेनेटरी नैपकिन पर्यावरण की अनुकूल है क्योंकि  इसका निर्माण एएसटियम ड़ी – 6954 ( बायोडिग्रेडैबिलिटी टेस्ट )  मानक के ऑक्सो बायोडिग्रेडेबल सामग्री से हुआ है। इस पैड को जन औषधि केंद्रों पर ₹1 प्रति पैड के हिसाब से बेचा जाता है जिससे कि अधिक से अधिक महिलाएं इसका उपयोग कर सकें।

जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना 2022 के लाभ ?

1. इस योजना के आरंभ होने से अधिक से अधिक महिलाएं सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल करेंगे। जिससे महिलाओं के बीच मासिक धर्म स्वच्छता में बढ़ावा होगा।

2. जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना को आरंभ करने से कम से कम दाम में सैनिटरी पैड्स जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध होगी।

3. 1 रुपये में सब्सिडी वाले आक्सो बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन लगभग 6300 जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध है। 

4. इस योजना के लागू होने से गांव की महिलाएं के लिए भी आसानी के साथ सैनिटरी पैड्स उपलब्ध हो सकेगा। जिससे मासिक धर्म में स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा।

5. 2019 में सैनिटरी पैड्स की कीमतों में कमी करने पर 10 जून 2020 तक जन औषधि केंद्रों से लगभग 3.43 करोड़ से भी अधिक पैड्स बेचे जा चुके हैं।

निष्कर्ष ( Conclusion )

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना क्या है ? जनऔषधि सुविधा सेनेटरी नैपकिन योजना की आवश्यकता क्यो पड़ी ? इस योजना के लाभ क्या है ? व इस योजना से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की ।

तो आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और इस योजना से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियां मिल गई होगी  यदि आपकी यह पोस्ट पसंद आती है तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें। और यदि आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो नीचे कमेंट के माध्यम से अवश्य पहुंचे हम आपके प्रश्नों के उत्तर अवश्य देंगे धन्यवाद….

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